केपीपीएन संवाददाता नईम शेख़ अल्लाह रख्खा
रामपुर । एक रोज़ा अजीमोशशान जलसा ए दस्तार बन्दी व ख्तम ए बुखारी शरीफ का आयोजन किया गया जिसमें मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों मे समधन के आधा दर्जन बच्चों को आलिम,हाफिज,कारी का कोर्स पूरा होने पर जलसा कार्यक्रम में दस्तार बन्दी भी हुई।
बीता गुरुवार की रात जलसा कार्यक्रम में तशरीफ लाए दारूल उलूम देवबंद से हज़रत मौलाना मुफ्ती अमीन अहमद साहब पालनपुरी ने मदरसे के आलिम बनने बाले तलबा को बुखारी शरीफ का आखिरी सबक पढ़ाया और मौजूद पूरे मजमे को खूब नसीहतें फरमाई कहा कि इन्सान को अपने आमाल और अखलाक को दुरुस्त करना चाहिए अच्छाइयों की तरफ़ बढ़ना चाहिए बुराइयों से दूर रहना चाहिए इसलिए कि मरने के बाद में इन सब का बजन किया जायेगा और इनका हिसाब किताब होगा अच्छे आमाल का बदला अच्छा मिलेगा और बुरे आमाल होंगे तों उसकी सजा भुगतनी पड़ेगी इस लिए इस लिए सच्चाई के रास्ते पर चलें बुराईयों से बचें अपने ईमान को मजबूती से थामें रहें।
मदरसा फैजुल ऊलूम थाना टीन रामपुर में बनें आलिम मोहम्मद सारिफ, मोहम्मद सालिम, मोहम्मद सरफराज और कारी मोहम्मद साकिब, मोहम्मद आसिफ़ और हाफ़िज़ मुफ्ती साज़िद के पुत्र मोहम्मद खुजैमा - इस मौके पर घर के लोगों और रिश्तेदारों व अहबाब ने शिरकत की बासिद खां, मोहम्मद नाजिम, मास्टर सदाकत, मोहम्मद बिलाल, हाफ़िज़ साबान सहित तमाम लोग मौजूद रहे
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