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Writer's pictureKumar Nandan Pathak

संगीन अपराधों में जेल काट रहे 22 अपराधी पैरोल पर रिहा होने के बाद फरार हो गए जिसके चलते पुलिस प्रशास


अयोध्या: संगीन अपराधों में जेल काट रहे 22 अपराधी पैरोल पर रिहा होने के बाद फरार हो गए हैं। इससे जेल व पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। यह शातिर कहां चले गए, इसका कोई सुराग नहीं मिल रहा है। जेल प्रशासन इनकी राह तक रहा है लेकिन तय तारीख बीत जाने के बाद भी यह अभी तक वापस जेल नहीं लौटे हैं। अब पुलिस को यह शातिर ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। कोविड-19 महामारी के चलते सरकार ने सात साल से कम की सजा काट रहे कैदियों को पैरोल पर रिहा करने का निर्देश दिया था। इसके तहत मंडल कारागार से 34 कैदियों को रिहा किया गया था। पैरोल पर रिहा किए गए इन कैदियों की वापसी की तारीख 17 नवंबर मुकर्रर थी। इस तारीख के अब 13 दिन बीत चुके हैं लेकिन इनमें से 22 कैदी अभी तक वापस जेल नहीं लौटे हैं। जेल वापसी को लेकर इन कैदियों में खोट आ गया है या यह फरार होने का मन बना लिए है, इसका जवाब फिलहाल अभी किसी के पास नहीं है। हालांकि जेल व पुलिस प्रशासन इनकी वापसी के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।

लॉकडाउन की वजह से इन कैदियों की रिहाई 20 अप्रैल से शुरू हुई थी। बाद में पैरोल सीमा बढ़ती गई, पहले एक माह की अवधि तय हुई जो बाद में बढ़कर दो माह हो गई। मगर जब इन कैदियों की वापसी का आदेश हुआ था तो मुश्किलें खड़ी हो गई। मंडल कारागार से कुल 34 कैदी पैरोल पर रिहा किए गए थे, इनमें से अब तक मात्र 12 कैदी ही वापस लौटे हैं जबकि 22 कैदियों का अभी तक पता नहीं है। जेल प्रशासन का कहना है कि इसके लिए एसएसपी को पत्र लिखकर पैरोल पर रिहा होने वाले शेष कैदियों की जेल में वापसी कराने को कहा गया है। यह कैदी अभी तक हैं फरार अभी तक जेल न लौटने वाले कैदियों में अयोध्या जिला क्षेत्र के 18 कैदी शामिल हैं। *इनमें कोतवाली नगर का चंद्र प्रकाश, थाना पूराकलंदर का भरत लाल, रामचंदर, राधेश्याम उपाध्याय व हरीश पांडेय, थाना गोसाईगंज का राम उजागिर, राम अंजोर, राम नयन, राम सुरेश, बबलू उर्फ करिया, थाना तारुन का ध्रुव कुमार दूबे व दारोगा सिंह, कोतवाली बीकापुर का सतीश नारायन, थाना कुमारगंज का गरबर यादव व रामसूरत मिश्रा, थाना रौनाही का आसिफ, थाना पटरंगा का प्रकाश रावत, थाना इनायतनगर का राजेश यादव अभी तक जेल वापस नहीं लौटा है। वहीं अंबेडकरनगर जिले का निरंकार, हरी शादाब व बाराबंकी जिले का कैदी विजय कुमार लोधी भी अभी तक जेल वापस नहीं आया है।*


एसएसपी को भेजा पत्र

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कोविड महामारी के चलते सरकारी आदेश पर सात साल से कम सजा पाने वाले 34 कैदियों को पैरोल पर रिहा किया गया था। रिहा किए कैदियों को 17 नवंबर तक वापस लौटना था, इनमें से 12 कैदी अब तक वापस आ चुके हैं जबकि 22 कैदी अभी तक वापस नहीं लौटे हैं। इसके लिए एसएसपी को पत्र लिखकर इन 22 कैदियों की जेल में वापसी कराने के लिए कहा गया है।निःशुल्क नेत्र परीक्षण का हुआ आयोजन



पताल सहरस पाली के सौजन्य से सोमवार के दिन गरीब असहाय लोगो को निःशुल्क नेत्र परीक्षण क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय चिरंजी छपरा में प्रातः नौ बजे से तीन बजे तक किया गया जिसमें क्षेत्र के सैकड़ों गरीब असहाय और आंखों के रोग से ग्रसित लोगों ने इस निशुल्क कैंप में पहुंचकर लाभ उठाया। योग्य डॉक्टरों के देख रेख में कैंप का आयोजन किया गया जिसमें डॉ हेमंत कुमार सिंह डॉ अनिल कुमार चौबे ने बताया कि इस तरह का कैंप जिले में अलग-अलग गांव में पहुंचकर हमारी संस्था प्रत्येक तीमाही पर आयोजित करती रहती है अब तक हमारे कैंप से हजारों लोगों को लाभ पहुंच चुका है.इस निशुल्क कैंप मे भी निःशुल्क दवा वितरण हुआ साथ लेंस प्रत्यऱोपन के लिए तारीख देकर निःशुल्क आँखों मे लेन्स लगाया जाएगा। इस कैंप के आयोजक अरविंद तिवारी उर्फ़ ललक ने बताया कि इस तरह के कैम्प का लाभ आगे भी अधिक से अधिक क्षेत्र में लोग तक हमारेे द्वारा पहुंचाने की कोशिश रहेगी।

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