वाजिदपुर- अयोध्या : सरकारी धन का दुरुपयोग किस तरह किया जाता है, इस की तस्वीर अगर देखना है तो शुजागंज आकर देख सकते हैं। यहां गांवों में मिनी पार्क के रूप में बनाएं गए आदर्श तालाब अब कूड़ा घर के रूप में तब्दील हो चुके हैं। शासन प्रशासन की उपेक्षा के चलते ग्रामीण अब यहां सुबह-शाम अपनी थकान उतारने नहीं बल्कि कूड़ा फेंकने, कंडा पाथने और शौच की नित्य क्रिया को अंजाम देने जरूर चले आते है।
वर्ष 2008 -09 में 100x100 क्षेत्र फल में लगभग 7 लाख की लागत से गांवों में मिनी पार्क के तौर पर आदर्श तालाब की स्थापना की गई थी। आज इन तालाबों के चारों ओर फैली गंदगी के कारण ग्रामीण सुबह और शाम की सैर करना भूल गये हैं। यहां लोगों के बैठने के लिए बनाई गई सीटें टूट चुकी हैं, और फूल पौधे भी विलुप्त हो गए हैं। ग्राम कुर्मियान फगोली का मरघटिया आदर्श तालाब जिसकी ताजा मिसाल है। इस तालाब के निर्माण से लेकर अब तक एक बार भी पानी नहीं भराया गया। बल्कि दुर्दशा का यह आलम है कि तालाब के बीच में पुवाल व कुण्डा के ढेर लगे हुए हैं, इसके अलावा ग्राम भिटौरा, अख्तियारपुर, बहोरीकपुर,खण्ड पिपरा, फिरोजपुर मख्दूमी, वाजिदपुर, सहित दर्जनों तालाबों की यही स्थित है।
'जल संरक्षण और सौंदर्यी करण के उद्देश्य से आदर्श तालाबों की स्थापना की गयी थी। शासन मंशा के अनुसार अब अन्य कार्य प्राथमिकता में शामिल है।
खण्ड विकास अधिकारी अखिलेश गुप्त
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