लखनऊ ।
आल इंडिया यूनानी तिब्बी कांग्रेस युथ विंग की तरफ़ से लखनऊ के बालागंज रौनक प्लाजा में एक प्रोग्राम शीर्षक यूनानी डाक्टर्स और उनके अधिकार और विशेषअधिकारों पर एक टॉक शो का आयोजन किया गया ।
जिसकी अध्यक्षता डॉ निहाल ने की ।और जिसमे मुख्य मेहमान के रूप में डॉ सलमान खालिद और डॉ खान मुबशशिर ने किया।
इस प्रोग्राम में वक्ता( स्पीकर) के रूप में *डॉक्टर *एस एम हुसैन* सेक्रेटरी जनरल *ग्लोबल यूनानी मेडिसिन फाउंडेशन शिकागो यू एस ए(USA)* ने बताया कि कोई यूनानी डॉक्टर अगर एलोपैथी प्रैक्टिस करना चाहता है तो उसको वहा की स्टेट गवर्मेन्ट उनको परमिशन देती है
आपने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के एक ऑर्डर 1998 में डिसिशन दिया है कि अगर कोई आयुर्वेदिक या यूनानी डॉक्टर एलोपैथी प्रैक्टिस करना चाहता है तो उसके लिए स्टेट गवर्मेन्ट अगर चाहे तो उसको ये अधिकार दे सकती है
जैसे कि गवर्मेन्ट ऑफ महाराष्ट्र ने अपने स्टेट में ये परमिशन दिया है।
आपने बातया की एक यूनानी डॉक्टर को एलोपैथी प्रैक्टिस करना उसका राइट नही है बल्कि प्रिविलेज है।
यह प्रोग्राम को ऑनलाइन भी किया गया जिसमें जुड़े हुए डिक्टरों के सवालों के जवाब भी दिये गए।
इस मौके पर डॉ सऊद अहमद डॉ मोहम्मद सादिक डॉ सामर्थ मिश्रा डॉ आरिफ खान उपस्थित रहे
और
प्रोग्राम के कन्वेनर डॉ फुरकान रज़ा ने सभी का आभार व्यक्त किया ।
Kommentare