लखनऊ।स्पेशल क्राइम ब्यूरो महिला प्रकोष्ठ सामाजिक संस्था के द्वारा डीसीपी महिला अपराध/सुरक्षा आईपीएस रुचिता चौधरी को उनके द्वारा किये गए सराहनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।संस्था की टीम की यूपी हेड रंजना यादव ने महिला सुरक्षा एवं अपराध के नियंत्रण से संबंधित सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं जैसे मिशन शक्ति,साथी प्रोजेक्ट,कुटुम्ब (महिला सहायक प्रकोष्ठ) एवं जो बेटियां,महिलाएं अपने ही घर मे किसी भी व्यक्ति से पीड़ित होती है।वह समाज के डर से परिवार के डर से किसी से कुछ नही कह पाती तो उसके लिए आपके क्या प्रयास है?के विषय में डीसीपी रुचिता चौधरी से बात की।जिस पर उन्होंने कहा मिशन शक्ति इसके लिए हम नुक्कड़ नाटक के माध्यम कई एनजीओ जो महिलाओं के प्रति कार्य कर रहे हैं।वेबनार के द्वारा मीडिया रेडियो आदि माध्यमों से मिशन शक्ति को बढ़ावा दिया जा रहा है एवं साथी योजना में महिला से संबंधित जो अपराध पंजीकृत होते हैं।उसमें हम एक महिला कॉन्स्टेबल या महिला सब इंस्पेक्टर को पीड़िता का साथी नियुक्त करते हैं।जिसकी जिम्मेदारी होती है कि वह पीड़िता की पूरी बात समझे और उसका पूरा सहयोग करें जैसे अगर उसे कोर्ट जाना है।तो वह उसके साथ जाए मेडिकल कराना है।जैसे कानूनी प्रक्रियाओं में सहयोग करना एवं उसकी काउंसलिंग की जाती है।अगर कोई महिला अपने ही घर में पीड़ित है 376 के तहत उसे डराया धमकाया जाता है तो भी महिला कॉन्स्टेबल साथी की तरह उसका सहयोग करती है एवं कुटुंब (महिला सहायक प्रकोष्ठ) योजना के तहत कुछ परिवार होते हैं।जो चाहते हैं कि हमारा आपसी झगड़ा घरेलू हिंसा बातचीत से निपटारा हो जाए उसके लिए हम अपने काउंसलर जो कि समाज कल्याण से अप्रूव होते हैं।उनके द्वारा उस परिवार की काउंसलिंग कराते हैं उसके बाद हम उसका फॉलो अप भी करते हैं।उसके बाद परिवार के लोगों की तारीख लगाई जाती है।उन तारीखों से भी अगर समस्या नहीं सुलझती फिर महिला एफ आई आर करा सकती है।इसके अलावा अगर वह कार्यवाही से संतुष्ट होती है तो वह अपने परिवार के साथ रह सकती है।जो बेटियां,महिलायें अपने ही परिवार द्वारा पीड़ित है।उनके लिए एक हेल्पलाइन नो. 9454400290 पर कॉल कर सकती हैं,24 घंटे उनके लिए ये सेवा उपलब्ध है,उनकी समस्या का जल्द से निवारण किया जाएगा एवं जो मिलकर बताना चाहती है अपनी समस्या उनके लिए हम कार्यालय में उपस्थित है।इस मौके पर संगठन के
समाजिक संस्था के राष्ट्रीय निदेशक आसिम किदवाई,राष्ट्रीय महासचिव राष्ट्रपति पदक से सम्मानित आज़ाद हफ़ीज़,राष्ट्रीय निदेशक मीडिया सेल रंजना यादव,प्रदेश निदेशक उत्तर प्रदेश पूजा अवस्थी,जिला निदेशक हिंसा विरोधी प्रकोष्ठ लखनऊ प्रीति सिंह वा रीना अख़्तर आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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