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Writer's pictureKumar Nandan Pathak

मोदी सरकार द्वारा बनाए गए नए कृषि कानून किसानों की तबाही के कानून है


मोदी सरकार ने देश के किसान, खेत और खलिहान के खिलाफ एक घिनौना षडयंत्र किया है। भाजपा सरकार तीन काले कानून बनाकर हरित क्रान्ति का हराने की नापाक साजिश कर रही है। सरकार द्वारा बनाये गये काले कृृषि कानूनो से देश भर के 62 करोड किसान मजदूर व 250 से अधिक किसान संगठनो में रोष है और वह इनकी वापसी की बुलन्द आवाज उठा रहे है लेकिन देश के प्रधानमंत्री देश के अन्नदाता की आवाज नही सुन रहे है देश की संसद में उनके नुमाइंदो की आवाज को दबाया जा रहा है और सडको पर काले कानूनो के खिलाफ आवाज उठाने पर किसानो को लाठियो से पिटवाकर जाडे की भयंकर सर्दी में वाटर केनन से पानी डालकर भगाया जा रहा है। महामहिम महोदय आप देश के अन्नदाता की पीडा का एहसास करे कोविड 19 जैसी महामारी की आड में किसानो पर तीन काले कानून बनाकर उन पर लादने का जो घृृणित कार्य प्रधानमंत्री मोदी ने किया है उसे किसान कभी नही भूलेगा आपसे हम सभी इस ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध करते है कि किसान विरोधी तीनो काले कानूनो को तत्काल निरस्त करने का कष्ट करे।


उक्त उदागर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा नामित जनपद बाराबंकी के प्रभारी सचिव प्रदीप कोरी ने आज जिलाधिकारी कार्यालय पर मोदी सरकार के किसान विरोधी तीन काले कानूनो को निरस्त करने के लिये देश के महामहिम राष्ट्रपति को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित करने के पूर्व व्यक्त किया। तदोपरान्त श्री कोरी ने कांग्रेस अध्यक्ष मो0 मोहसिन तथा कांग्रेसजनो के साथ अपर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन प्रेषित किया।

ज्ञापन प्रेषित करने के पश्चात् कांग्रेस अध्यक्ष मो0 मोहसिन ने किसान सम्बन्धी काले कानून पर चर्चा करते हुये कहा कि मोदी सरकार ने काले कानून बनाकर देश के भाग्य विधाता की मेहनत को चन्द पूंजीपतियो के पास गिरवी रखने की घिनौनी साजिश की है इनका पहला कानून किसान उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक इस कानून के सहारे बडे पूजीपतियो को किसान की उपज को सरकारी मंडियो से मनमाने दाम पर खरीदने का अधिकार दिया गया है।


दूसरा कानून किसान सशक्तिकरण एवं संरक्षण मूल्य आश्वासन अनुबन्ध एवं कृृषि सेवाये बनाकर ठेका खेती, कारपोरेट खेती की छूट दी गयी है। तीसरा कानून आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक बनाकर आनाज, दलहन, खाद्य तेल, आलू, प्याज को आवश्यक वस्तु कानून से बाहर कर कारपोरेटो को असीमित खरीद का अधिकार दिया गया है जिसको लकर देश का अन्नदाता नाराज है और इन काले कानूनो को जिनको देश की सबसे बडी पंचायत लोकसभा, राज्यसभा में संघीय ढांचे का अल्लंघन करके, संविधान को रौदकर, संसदीय प्रणाली को दरकिनार कर बहुमत के आधार पर किसानो की दुश्मन मोदी सरकार ने बिना किसी चर्चा राय मश्वरे के प्रजातंत्र को तार-तार करके जो काले कानूनो को पारित करवा लिया इसके लिये देश के अन्नदाता आर पार की लडाई लड रहा है क्योकि यह काले कानून किसान हित में नही है इन्हे संसद परिसर में सिक्योरिटी गार्ड लगाकर धक्कामुक्की कर बिना किसी मत विभाजन के पास किया है।


आज हम सभी कांग्रेसजन इस ज्ञापन के जो जिलाधिकारी के माध्यम से देश के महामहिम राष्ट्रपति महोदय को प्रेषित करके उनसे किसानो के लिये मोदी सरकार द्वारा बनाये गये तीनो काले कानूनो को निरस्त करने की जोरदार मांग करेगे।

स्थानीय कचेहरी में जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित करने वालो में मुख्यरूप से प्रदेश सचिव प्रदीप कोरी, कांग्रेस अध्यक्ष मो0 मोहसिन, नगर अध्यक्ष राजेन्द्र वर्मा फोटोवाला, प्रवक्ता सरजू शर्मा, श्रीमती गौरी यादव, के0सी0 श्रीवास्तव, इरफान कुरैशी, गुलजार अंसारी, मो0 मुब्बिसर, प्रदीप कुमार मौर्या ज्ञानेश शुक्ला, रामहरख रावत, अरशद इकबाल, कमल भल्ला, कपिल देव वर्मा, सिकन्दर अब्बास रिजवी, हरितास यादव, अम्बरीश रावत, नेकचन्द्र त्रिपाठी, रमेश कश्यप, आरिफ, सियाराम यादव, आमिर किदवई, सूरज दीक्षित, अजीत वर्मा, सोनम वैश्य, इन्द्रेश वर्मा, मुईनुद्दीन अंसारी आदि कांग्रेसजन मौजूद थे।

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