केपीपीएन संवाददाता
बागपत:विश्व हिंदी दिवस पर जनपद में जगह-जगह विचार गोष्ठी के आयोजन किए गए, इसमें सभी को अधिक से अधिक कार्य अपनी मातृभाषा हिंदी में करने का संकल्प दिलाया गया।सपा वरिष्ठ नेता एवं प्रमुख समाजसेवी चरण सिंह बिचपडी ने कहा कि राष्ट्र को एकता के सूत्र में बांधने वाली हिंदी महज भाषा नहीं है बल्कि यह भावों की अभिव्यक्ति है। यह मातृभाषा पर मिटने की भक्ति है। मातृभाषा हिंदी का सम्मान बढ़ाते हुए सभी लोगों को इसका अधिक से अधिक प्रचार- प्रसार करने का संकल्प लेना चाहिए। कहा कि सभी कागजी कार्य लोगों को ज्यादा से ज्यादा अपनी मातृभाषा हिंदी में ही करने चाहिए। हिंदी राष्ट्रीय एकता की सूत्रधार और हम सबकी पहचान है। देश की शान है और देश का अभिमान है। बताया कि हिंदी के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। विश्व हिंदी दिवस की शुरुआत 10 जनवरी वर्ष 2006 से की गई थी। इसके अलावा 1975 में आज ही के दिन नागपुर में पहला विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया था। वर्ष 1950 में हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला था। वर्तमान में विश्व भर में लगभग 60 करोड से अधिक लोग हिंदी का इस्तेमाल करते हैं। 170 से अधिक विश्वविद्यालय में हिंदी आज एक विषय के रूप में पढ़ाई जाती है।
Kommentare