के पी पी एन सवाददाता नितिन यादव
मौदहा हमीरपुर पराली मे किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा आग लगा दिए जाने के बाद आग ने इतना विकराल रूप धारण कर लिया कि आग की लपटें गांव के निकट रिहायशी इलाके में पहुंच गई जिसके बाद पूरे गांव में हडकंप मच गया और गांव के लोगों ने करीब दो घंटे की कडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।लेकिन फायर ब्रिगेड की टीम हमेशा की तरह इस बार भी सब कुछ समाप्त होने के बाद पहुंची कोतवाली क्षेत्र के ग्राम तिंदुही में उस समय हडकंप मच गया जब गांव से जुड़े लगभग तीस बीघे के बडे चक में अचानक आग की लपटें उठने लगी।हालांकि खेत में पहले मटर की फसल बोई गई थी जिसे काटने के बाद मात्र पराली ही खेत में पडी हुई थी उसी पराली मेँ किसी व्यक्ति ने आग लगा दी थी चूंकि खेत गांव से जुड़े होने के कारण पूरे गांव में दहशत फैल गई और पूरे गांव के पुरुषों और महिलाओं सहित बच्चों ने आसपास लगे ट्यूबवेल, समरसेबल और तालाब तथा हैण्डपम्प से पानी लाकर आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया।ग्रामीणों द्वारा आनन फानन में कोतवाली पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई।सूचना पर पहुंची पुलिस तो आग के विकराल रूप के आगे असहाय खडी रही लेकिन फायर ब्रिगेड जरूर अपने हमेशा लेट आने के पुराने ढर्रे पर कायम रही और सूचना के करीब दो घंटे बाद घटना स्थल पर पहुंची तब तक ग्रामीणों द्वारा आग बुझाई जा चुकी थी एक ओर जहां माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने पराली जलाने को अपराध घोषित कर दिया है और पराली जलाने वाले किसान के ऊपर मुकदमा दर्ज किए जाने का प्रावधान है लेकिन फिर भी किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं और इसी पराली जलाने के चलते अक्सर आग लगने के कारण बडे हादसे हो जाते हैं।रविवार की दोपहर तिंदुही में लगी आग इतनी भयावह थी कि यदि समय रहते ग्रामीणों द्वारा आग पर काबू नहीं पाया जाता तो सम्भवतः आधा गांव आग की चपेट में आ सकता था।
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