मुनीर अहमद अंसारी
वाजिदपुर अयोध्या
जाहिर सी बात है पार्टी की तरफ से जितने भी सर्वे किए गए होंगे उसमे पहले स्थान पर रुश्दी जी का ही नाम रहा होगा ये में दावे के साथ कह रहा हूं
सर्वे को देखते हुए ही रुश्दी जी के नाम पर मुहर लगी और उन्हें टिकट दिया गाय
टिकट देने के एक दो दिन बाद क्या हुआ कौन सी खिचड़ी पकी पता नहीं 7 तारीख़ रात 11 बजे के बाद पता चलता है कि रुश्दी जी का टिकट काट दिया गया है
ये जो कुछ भी हुआ ये कोई इत्तेफ़ाक से नहीं हुआ बल्कि सबकुछ प्लान के मुताबिक किया गया है
ये सब खेल पहले भी हो सकता था लेकिन इस खेल को नामांकन के लास्ट डे तक इस लिए लाया गया ताकि रुश्दी जी लाख कोशिश कर लें उनको कोई रास्ता नज़र ना आए वो मज़बूर होकर थक कर हार कर चुप चाप बैठ जाएं और पार्टी में ही रहकर पार्टी का समर्थन करें
और हमेशा के लिए रुदौली विधान सभा से लीडरशिप खत्म करने का प्लान कामयाब हो जाए
लेकिन ऐसा नहीं हुआ 🐘 ने सारे प्लान को रौंद दिया
Kommentare