संवाददाता मुस्ताक आलम
गायत्री महामंत्र यज्ञ के दशवे दिन प्रोफेसर रामकेश्वर तिवारी, ओमकार नाथ व निलांबुज का हुआ अभिनंदन
वाराणसी, गुरुवार 24 दिसम्बर। तारापुर कालोनी, छित्तूपुर, सामनेघाट, लंका स्थित वेद माता मंदिर में चल रहे गायत्री महामंत्र जाप यज्ञ के दशवेंं दिन गुरुवार को कमेश्वर सिंह दरभंगा विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज में कार्यरत प्रोफेसर कमेश्वर पत्रकार ओमकार नाथ व निलांबुज का अभिनंदन किया गया। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष पं. शिव पूजन चतुर्वेदी ने लोगों का उत्साह वर्धन किया। सामाजिक कार्यकर्ता योगेश त्रिपाठी ने विद्वान व पत्रकारों को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम देकर को सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रोफ़ेसर कमेश्वर तिवारी ने गायत्री रहस्योपनिषद ,गायत्री उपनिषद ,वशिष्ट स्मृति एवं शंख स्मृति का प्रमाण देते हुए बताया की गायत्री मंत्र से सभी पाप भष्म हो जाते है। गायत्री मंत्र का उच्चारण अपने आप में कई यज्ञ के फल के बराबर है। इस मंत्र के जाप से जहां सारे पाप नष्ट हो जाते हैं वही घर में सुख, समृद्धि, आपसी भाईचारा और खुशहाली बनी रहती है। ऐसे पाप नाशक मंत्र का सभी लोगों को जाप करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गायत्री मंत्र की साधना करने वाले दैहिक, भौतिक व शारीरिक बाधाओं से दूर रहते है। इस अवसर पर पं. शिवपूजन शास्त्री ने कहा कि गायत्री महामंत्र यज्ञ कराने का मूल उद्देश्य भारत को सर्वशक्तिशाली बनाने के साथ ही पूरे विश्व में शांति की स्थापना की कामना है। ओमकार नाथ, निलांबुज सहित काफी संख्या में भूदेव उपस्थित थे।
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