केपीपीएन संवाददाता उमर फारूक कुशीनगर
स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत पर जहा सरकार करोडो रूपये खर्च कर रही है। जहा स्वच्छता की सबसे ज्यादा जरूरत होती है वही चारो तरफ गंदगी का अम्बार है। जिम्मेदार देख कर भी इसे नजरअंदाज कर दे रहे है। कसया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चारो तरफ गंदगी का ढेर है। परिसर के अंदर बना शौचालय मरिजो और तामीरदारो की सुविधा के लिए बनवाया गया था। लेकिन अब यही शौचालय अपनी गंदगी के कारण लोगो के लिए परेशानी का सवब बन गया है। परिसर के अंदर जगह-जगह लगे कुडे के ढेर किसी को भी बीमार कर सकते है। मरीज के साथ आए लोगो ने बताया की अस्पताल परिसर मे चारो तरफ फैली गंदगी को देखकर लगता है कि मरीज के साथ साथ हम भी बिमार न पड जाए। अस्पताल प्रशासन इस गंदगी को देखकर भी अनदेखा कर रहा है। शहर के बीचोंबीच स्थित यह स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र नगर वासियों के लिए भी बीमारी का न्योता दे रहा है। इस स्वास्थ्य केंद्र पर दूर-दूर से लोग अपना इलाज कराने आते हैं। अस्पताल मे फैली गंदगी को देखकर प्राइवेट अस्पतालों की ओर जाने के लिए मजबूर हो जाते हैं। गरीब व ग्रामीण व्यक्ति यहां बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर आता है।लेकिन उसे चारों तरफ फैली गंदगी से दो चार होना पड़ता है। कोरोना महामारी के चलते जहां साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है तो वहीं यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अपनी गंदगी के चलते तमाम बीमारियों को निमंत्रण दे रहा है। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
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