गेहूं की उत्पादकता के आकलन के लिए पूरे भारत में 25 जिलों से हो रही शुरुआत
लखनऊ/ रबी सीजन में गेहूं की उत्पादकता के सही आकलन के लिए क्रॉप कटिंग का काम पूरे भारत के सिर्फ 25 जनपदों में आईएआर ग्रुप कराएगी. जी हां अब भारत सरकार इस रबी सीजन में गेहूं की उत्पादकता के सही आकलन के लिए पूरे भारत में 25 जनपदों के क्रॉप कटिंग का काम श्री जेएस नेगी की आईएआर ग्रुप को दिया है. क्रॉप कटिंग की रिपोर्ट के आधार पर ही फसल की उत्पादकता तय होती है अभी तक यह काम कृषि सांख्यिकी व भूलेख अनुभाग द्वारा किया जाता था लेकिन अब पूरे भारत में 25 जनपदों में क्रॉप कटिंग निजी एजेंसी द्वारा की जाएगी जिसके लिए आईएआर ग्रुप दिल्ली को नामित किया गया है.
शासन द्वारा जारी निर्देश के तहत प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के चयनित गांव में क्रॉप कटिंग के चार प्रयोग नामित एजेंसी सत्यापन करेगी जबकि दो क्रॉप कटिंग प्रयोग खुद नामित एजेन्सी करेगी, इस प्रकार एक चिन्हित गांव में छः क्रॉप कटिंग प्रयोग कराए जाएंगे.
क्या कहते हैं आईएआर ग्रूप के हेड श्री जे. एस. नेगी
इस बारे में जब आईएआर ग्रूप के श्री जेएस नेगी जी से हमारे संवाददाता ने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि हमारा समूह केंद्र सरकार के साथ जुड़कर प्रधानमंत्री दूरदर्शी फसल बीमा योजना अर्थात प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अनुसंधान उद्देश्य के लिए एमएनसीएफसी का हिस्सा बन सीसीई के संचालन और निगरानी का काम देखेंगे. इस उपज आकलन अध्ययन में राज्य सरकार द्वारा सीसीई संचालित सहअवलोकन व आईएआर ग्रूप शामिल होगा. इस में उपयोग की जाने वाली तकनीक सीसीई को जीआईएस और रिमोट सेंसिंग सहित नवीनतम और आधुनिक तकनीकों की मदद से अध्ययन के उद्देश्य से संचालित किया जाएगा.
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